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ज्योतिबा फुले जिनके जन्म के बाद छोटी जाती वालो को नयी दिशा मिली।

ज्योतिबा फुले जी का जन्म 11 अप्रैल सन 1827 ई० को महाराष्ट्र की एक माली जाति के परिवार में हुआ था| ज्योतिबा फुले के पिता का नाम गोविन्द राव और माता का नाम चिमनबाई था| ज्योतिबा जी के बड़े भाई का नाम राजाराम था| पूना के आस-पास माली जाति के लोगों को फुले (फूल वाले) कहा जाता है| ज्योतिराव फुले की माता चिमनाबाई का निधन उस समय हो गया जब वे मात्र एक वर्ष के थे| अब उनके पिता जी के सामने ज्योतिबा के पालन-पोषण की चिंता थी । उन्होंने उनके लिए एक धाय को नौकर रखा लेकिन दूसरी शादी नहीं की | उस धाय ने भी एक माता के समान ज्योतिबा का पालन-पोषण किया | गोविन्द राव ने अपने पुत्र की जन्मजाति प्रतिभा को देखकर शिक्षार्जन हेतु भेजने का विचार किया | विद्यामन्दिरों में पंडित लोग तर्कशास्त्र, दर्शन-शास्त्र, व्याकरण आदि संस्कृति में ही पढ़ाते थे और किताबें इतिहास-भूगोल की जगह देवी-देवताओं की कहानियों से पटी पड़ी हुई थी | सन 1836 से ग्राम पाठशालाओं का सूत्रपात हुआ | ब्रिटिश सरकार के प्रारम्भ होने पर ही व्यवस्थित शिक्षा का सूत्रपात हुआ | उस समय जो स्कूल थे उन पर सिर्फ सवर्ण समाज का ही अधिकार था यदि किसी अब्राह्मण ...

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